SAYO Ultrasonic Kitchen Sink Launched For First Time In India
December 1, 2018Mumbai – 1st December 2018 – A Hi-tech ultrasonic kitchen sink manufactured in China was launched last evening for the first time in India by a reputed company here in Mumbai. SAYO Ultrasonic Kitchen Sink uses a modern cutting-edge American technology of sound frequency conversion that cleans fruits, vegetables, seafood etc. of the harmful chemicals, pesticides, dust and other surface impurities including pathogens, bacteria and other living organisms on the surface of the product. Shiv Shankar Kushwah, Director of SAYO Enterprises informed, “Our ultrasonic kitchen sink is based on a superior technology and is certified by TUV-SUD, a world leader in testing and product certification. While this product is extremely popular in North-American, Eastern Europe and, we are now introducing it to Indian market. In the first year we aim to sell in excess of 1500 units of this high- tech ultrasonic kitchen sink across India.” Health advocacy in the recent times has many times warned about the ill-effects of residual pesticides and chemicals present on the fruits & vegetables available in the grocery store. Celebrity Chef, Kaviraj Khialini said, “With the increasing health consciousness among people it will be a boon for the people who cherish the goodness of fruits like peaches, nectarines, cherries, strawberries, grapes, raspberries, pear and apples and vegetables like potatoes, spinach, bell peppers and celery etc. Most of these fruits & vegetables are known to contain pesticide residues and this product will give them a choice of eating healthy. “In the last year, with this specialised product we cloaked sales of US$ 25 Million globally with 70% of revenues coming from the North American markets. With India on its way to the fastest growing economy, we see a huge potential for such a product that offers a great healthy living along with upmarket lifestyle also,” said Chen Yin Lin, Director, SAYO Enterprises. Anand Talsania, Director, SAYO Enterprises informed, “While our initial operations will kick off from Mumbai covering the western region, after the first quarter, we will extend our distribution network to Southern, Northern and Central India. We have observed a huge interest among the trade and in the next 6-months our product will be available pan-India. “Ultrasonic transducers fitted underneath the sink convert electrical energy to mechanical energy and vibrate in a vibrational frequency of 30,000 to 40,000 Hz per second generating energy waves in water. This creates millions of microscopic air cavities loaded with vacuum energy in water that created blast energy equivalent of several hundred degrees of heat and thousands of atmospheres It results in the quick separation of pesticides residue, carbons, chemicals, wax, germs, dust articles and many other harmful pathogens from the surface,” explained Shiv Shankar Kushwah. According to Eric Tan, Director, SAYO Enterprises, globally the Kitchen Sink market, which is growing at a Compounded Annual Growth Rate (CAGR) of 4.76% currently remains in excess of US$ 3,000 Million and is slated to cross US$ 3,400 Million in the next 3-years’ time by the year 2021. While the market share of this product is small currently, it is expected to grow in exponential proportion in the next few years. Most importantly, these residual chemicals and pesticides that cannot be removed with plain water easily and therefore while eating food, one is always prone to consume them also. High levels of residual pesticides can prompt serious health problems like cancer, kidney and lung ailments, infections and mental health problems. SAYO ultrasonic kitchen sink will create new openings towards healthy living. सायो अल्ट्रासोनिक किचन सिंक पहली बार भारत में लॉन्च सतह से केमिकल, पेस्टिसाइड, धूल, रोग पैदा करने वाले जीवाणु और बैक्टीरिया को साफ करता है मुंबई, 01 दिसम्बर 2018 : चीन में निर्मित हाईटेक अल्ट्रासोनिक किचन सिंक को पहली बार भारत में मुंबई में एक प्रतिष्ठित कंपनी द्वारा लॉन्च किया गया। सायो अल्ट्रासोनिक किचन सिंक में साउंड फ्रीक्वेंसी कन्वर्जन की आधुनिक अमेरिकन तकनीक का प्रयोग किया गया है, जोकि फलों, सब्जियों, सीफूड आदि की सतह से हानिकारक केमिकल्स, पेस्टीसाइड, धूल और पैथोजेन्स, बैक्टीरिया एवं दूसरे जीवित सूक्ष्म तत्वों सहित अन्य सतही अशुद्धताओं को साफ करती है। सायो एंटरप्राइजेज के निदेशक शिवशंकर कुशवाहा ने कहा, “हमारा अल्ट्रासोनिक किचन सिंक सर्वश्रेष्ठ तकनीक पर आधारित है और इसे टीयूवी-एसयूडी से मान्यता प्राप्त है। टीयूवी-एसयूडी परीक्षण एवं उत्पाद प्रमाणन में विश्व अग्रणी है। हमारा यह प्रॉडक्ट उत्तरी अमेरिका और पूर्वी यूरोप में काफी लोकप्रिय है। अब हम इसे भारतीय बाजार में पेश कर रहे हैं। पहले साल में हमारा उद्देश्य भारत में हाईटेक अल्ट्रासोनिक किचन सिंक की 1500 से ज्यादा यूनिट बेचना है।“ हाल ही में स्वास्थ्य रक्षा में जुड़े संगठनों ने कई बार ग्रोसरी स्टोर में उपलब्ध फलों और सब्जियों पर मौजूद केमिकल और पेस्टिसाइड्स के हानिकारक प्रभावों के बारे में चेतावनी दी है। सेलिब्रिटी शेफ कविराज खियालिनी ने कहा, “बढ़ती स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता के साथ फलों का सेवन करना उन लोगों के लिए वरदान साबित होगा, जिन्हें फल पसंद हैं और जो लोग फलों जैसे आड़ू, नेकटेराइन (आड़ू का ही अन्य प्रकार), चेरी, स्ट्राबेरी, अंगूर, रेस्पबेरी, नाशपाती या सेब और सब्जियों, जैसे आलू, शलगम, शिमलामिर्च और सेलरी में पाए जाने वाले बेहतरीन तत्वों का आनंद लेते हैं। इसमें से बहुत से फल और सब्जियों पर कीटनाशकों के अवशेष पाए जाते हैं। यह प्रॉडक्ट आपको खाने की स्वास्थ्य वर्धक चीजों का सेवन करने का विकल्प देंगे। सायो एंटरप्राइजेज के निदेशक श्री चेन यिन लेन ने कहा, “पिछले साल हमने इस विशिष्ट उत्पाद के साथ कंपनी के उत्पादों की 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर की बिक्री की थी, जिससे हमें 70 फीसदी राजस्व मिला था। आज जब भारत तेजी से विकसित अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है, हम ऐसे प्रॉडक्ट की भारत में काफी मांग देख रहे हैं, जो स्वस्थ रहन-सहन को बढ़ावा देने के लिए शानदार लाइफस्टाइल की झलक देती है।” श्री आनंद तलसानिया, निदेशक, सायो एंटरप्राइजेज ने कहा, “हमारी प्रारंभिक कारोबारी गतिविधियां मुंबई से शुरू होंगी, जिसके तहत पश्चिमी क्षेत्र को कवर किया जाएगा। पहली तिमाही के बाद हम अपना डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क दक्षिणी क्षेत्र, उत्तरी क्षेत्र और मध्यभारत तक बढ़ाएंगे। हमने सायो अल्ट्रासोनिक किचन सिंक के व्यापार के प्रति लोगों की गहरी दिलचस्पी देखी है। अगले 6 महीनों में हमारा प्रॉडक्टच पूरे भारत में उपलब्ध होगा।” सायो एंटरप्राइज के डायरेक्टर श्री शिवशंकर कुशवाहा ने कहा, “सिंक के नीचे फिट किए गए अल्ट्रासोनिक ट्रांसड्यूसर्स इलेट्रिक्ल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में बदलते हैं, जिससे उनमें कंपन होता है और वह 30 हजार से 40 हजार हर्ट्ज की दर से पानी में उर्जा की तरंगे उत्पन्न करती है। इससे लाखों सूक्ष्म एयर कैविटीज का निर्माण होता है। पानी में वैक्यूम एनर्जी से भरे होने के कारण इसमें ब्लास्ट एनर्जी बनती है, जो सैकड़ों डिग्री गर्मी और हजारों की संख्या में गर्म माहौल जैसा होती है, इससे सब्जियों या फलों में मौजूद कीटनाशकों के हानिकारक अवशेष, कार्बन, केमिकल, मोम, कीटाणु, धूल मिट्टी और रोग पैदा करने वाले हानिकारक बैक्टीरिया शीघ्रता से अलग हो जाते हैं।” सायो एंटरप्राइजेज के निदेशक श्री एरिक टैन ने कहा, “ग्लोबल लेवल पर किचन सिंक मार्केट का कारोबार 4.76 फीसदी की सालाना सीएजीआर दर से बढ़ रहा है। मौजूदा समय में यह 3 हजार मिलियन डॉलर से अधिक है और 2021 तक अगले 3 साल के दौरान यह कारोबार 3,400 मिलियन डॉलर को पार कर जाएगा। हालांकि इस समय इस उत्पाद की बाजार हिस्सेदारी बहुत कम है। अगले कुछ सालों में इसके समान अनुपात में बढ़ोतरी होने की संभावना है। —-KAB!R M LOVE ( Kabir Ali )]]>